दिन १
मेरा नाम तुषार वसंत दुखी हैं
मैं PWS college का छात्र हूं
मैं bcom 6 semestre की पढ़ाई कर रहा हूं
मैं टेका नाका कामठी रोड़ नागपूर शेन्डे नगर में रहता हूं
मेरा परिचय मैं एक आम सा लड़का हूं
जिसके कोई दोस्त नहीं है और मुझे दोस्त बनना पसंद नहीं है
College के क्लासमेट मेरे को पसंद नहीं करते हैं मुझे भी दूनी या में क्या चल रहा है उससे फर्क नहीं पड़ता था
मैं बाकी यो के नज़र में पासिंग माक्र्स पर पास होने वाला एक लड़का था
पर मैं अपने आप में हुशीयार था मैं जान बुच के अपने आप को दूसरों के सामने निचा दिखाता था ताकि मेरे से कोई बात ना करें क्योंकि मुझे अकेला रहना पसंद था
मैं अपने सभी काम जैसे की college जाना, tution जाना, छोटे मोंटे काम करना, घर से दूर होने के कारण अपना काम खुद करना जैसे काम करने के बाद मैं हमेशा एक सुनसान से सड़क पर घूमने जाता था वहां सड़क के आजू-बाजू पेड़ लगें होते थे सड़क के ठीक उपर तारों से भरा आसमान होता था वहां घूमने से मुझे रिलैक्स महसूस होता था ये मेरी रोज की जिंदगी थी तब तक जब तक वो नहीं हुआ .....
एक दिन मेरे college में एक मैडम आईं वो एक नई मैडम थी और उसने आते ही सभी क्लासमेट के साथ एक अच्छा कनैक्शन बना लि थी
फिर उस का पहला calss शुरू हुआ मैडम ने सभी क्लासमेट को एक puzzle दिया सभी क्लासमेट उस पर बड चंड कर भाग ले रहे थे पर किसी से भी हल नहीं हुआ ये सब होने के बाद उस मैडम की नजर मुझ पर पड़ती है मैं अकेला अपने ही धुन में खोया हुआ वहां पर बैठा था मैडम ने मेरे से वह puzzle हल करने को कहा मैंने मना कर दिया मैडम ने अपने आप को अच्छा दिखने के लिए मेरे से फिर से कहा की हल तो करने की कोशिश करो पर मैंने फिर से मना कर दिया तभी सभी क्लासमेट ने मेरी बुराई करते हुए मैडम को ये कह दिया की इसके तरफ ध्यान मत दो ये सब आज calss में हुआं इससे मुझे कोई भी फर्क नहीं पड़ा मै अपने रुटीन के हिसाब से जब बहार सड़क पर घूमने निकला उस समय मुझे कुछ आभास हुआ तो मैं सिंधे जंगल के अंदर चला गया पर वहां मुझे सब ठीक ला मैं फिर अपने घर में आ कर सो गया फ़िर अगले दिन
दिन २
यह दिन कुछ खास नहीं था मेरे college में मैडम ने अचानक ही हमारा फिजिकल जांच के लिए हमें भगाया, शरीर की जांच करवाई, कुछ टास्क दिए सभी ने मैडम की सारी बात मानी पर मैंने ये सब करवाने से मना कर दिया मैडम ने फिर से अपने आप को अच्छा दिखाने के लिए मैंने जो करने से मना किया उसे स्वीकार किया पर सभी ने कहा की इसे नहीं करना है तो ना करें पर हम आपको दुखी नहीं देखना चाहते इसलिए हम ये सब करने के लिए तैयार है
फिर से अपने रुटीन कि तरह घूमने गया और घर आकर सो गया
दिन ३
आज मैं college गया नहीं क्योंकि मेरी थोड़ी सी तबीयत खराब थी पर अपने रुटीन के हिसाब से घूमने गया और फिर घर में आ कर सो गया
दिन ४
आज जब मैं college पहुंच तो मेरे क्लासमेट मेरे को बूली करने लगे और घुसा करने लगे ये बर्ताव बाकी दिनों के मुकाबले अलग था मैंने जब पता लगाया तब पता चला की कल मैडम में बारे में बहुत सारी जानकारी निकाल रही थी फिर मैडम calss में आईं उससे जब क्लासमेट ने पूछा की आप इस के बारे में कल जानकारी क्यूं निकाल रही थी तो मैडम ने यह कहा की मैं इसे बाकी क्लासमेट की तरह देखना चाहती हूं वो हमेशा अकेला रहता है ये इस लिए बोला रहीं थीं की मेरे नजर में वो एक अच्छी मैडम बन जाएं मैंने मैडम को मेरी जानकारी देने से मना कर दिया तो क्लासमेट मेरे उपर गुस्सा करने लगे और कहा की वैसे ही कोई भी तुझ पर ध्यान नहीं देता और ये अच्छी मैडम तेरे बारे में इतना सोच रहीं हैं तो ऐशान मानने की वजह मना कर रहा है तब मैंने कहा तुम्हें अगर ये मैडम अच्छी लगती हैं तो तुम इसके साथ रहो पर मुझे अपनी जानकारी किसी को भी देना पसंद नहीं है तो मैं किसी को भी अपनी जानकारी नहीं दुंगा ये सब से पुरे college में मेरी बुराई होने लगी
पर मुझे फिर भी कोई फर्क नहीं पड़ा मै अपने रुटीन के हिसाब से घूमने गया फ़िर से मुझे जंगल में आवाज सुनाई दी मैं जंगल में गया जंगल के अंदर पहुंचने के बाद मुझे एक पेड़ पर एक निशान दिखाई दिया मैंने सोचा की ये निशान किसी जंगली जानवर का हो सकता है तो मैं फिर घर पर वापस आ गया और सो गया
दिन ५
आज जब मैं college पहुंचा तो सभी क्लासमेट कल की तरह बरताओ कर रहे थे जैसे की मुझे टंग करना, बुराई करना, मारना आदि फिर बाकी की class के बाद आखिर class वो मैडम की थी वो मैडम मुझे कुछ अलग नजर से देख रही थी मुझे लग रहा है की वह मैडम मेरे बारे में अपने मन के अंदर कुछ सोच रही थी
College की छुट्टी हुई मैं घर के लिए जा रहा था तभी मुझे महसूस हुआ की कोई मेरा पीछा कर रहा है मैंने जब पीछे मुड़ा तब मेरे क्लासमेट मेरी तरफ भाग कर आएं और मुझे धमकाने लगे मैं कोई रिएक्शन नहीं दे रहा था तो उन्हें लगा की मैं उन्हें नजर अंदाज कर रहा हूं इसलिए उन्होंने मुझे मारा मुझे ख्याल आया कि कोई मेरा पीछा कर रहा था पर मैंने सोचा शायद ये क्लासमेट होंगे जो मेरे पीछे होंगे पर ऐसा नहीं था कोई सच्ची में मेरा पीछा कर रहा था पर मुझे इस बात की कोई भनक नहीं थी मैं फिर घर पहुंचा अपना काम खत्म कर घूमने निकला मैं घूम ही रहा था अचानक मुझे उस निशान का ख्याल आया मैं फिर उस निशान वाली जगह पर पहुंचा पर वहां पर कोई निशान नहीं था मैंने सोचा शायद कोई और पेड़ पर वो निशान होगा मैं उस निशान को ढूंढने लगा पर वह निशान मुझे नहीं मिला पर मैं जब जंगल से बहार निकल रहा था तब मुझे एक आवाज आई ऐसा लग रहा था की कोई बात कर रहा है ऐसा इस लिए क्योंकि वह आवाज बहुत दूर से आ रही थी मैंने सोचा कोई जंगल में पिकनिक मनाने आया होगा तो मैं अपने घर के तरफ निकलने लगा तभी वो मैडम की गाड़ी मेरे आंखों के सामने से निकली पर मुझे पक्का नहीं था की वो गाड़ी वो मैडम की है वो गाड़ी की स्पीड बहुत ज्यादा थी मैं वापस से घर पहुंचा और सो गया
दिन ६
मैं सुबह ५:०० उठा मुझे मेरे काम के तरफ से एक मैसेज आया जिसके लिए मुझे सुबह ६:०० अपने घूमने जाने वाले सड़क से जाना था वो काम करने के लिए मैं काम पर पहुंचा और सारा काम खत्म कर दिया मेरा college ९:०० का था और मैं काम से ७:३० को फिर होगा और वही सड़क से college के लिए निकला मैं उस जगह के पास पहुंचे के करीब था जहां से मुझे आवाज आईं थीं मैं उस जगह उतर कर जगह की जांच करने लगा कुछ समय बाद मेरे college का टाइम होने लगा मैं फिर तेजी से college पहुंचा मेरे सामने उस मैडम की गाड़ी खड़ी हुई उसमें से मैडम निकल कर अपने कैबिन में गई मैं फिर उस गाड़ी के पास गया और जांच करने लगा तभी मेरे क्लासमेट से कुछ मुझे ये कहने लगे की तो मैडम को मारने की कोशिश कर रहा है इस बात पर मेरा पूरा college मुझ पर गुस्सा करने लगा पर मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा एक class खत्म हुई तभी college के hade ने सभी को hole में बुलाया और वहां सभी के सामने मुझे स्टेज़ पर बुला कर मुझे सजा के साथ साथ मुझे वोर नीग मिलीं की अगर मैंने आइनडा ऐसा कुछ किया तो मुझे college से निकाल दिया जाएगा पर वही सभी लोग कह रहे थे की मुझे अभी ही college से निकाल देना चाहिए मैं सोच रहा था की मैंने क्या किया जो मुझे ये सब सून ना और भूग तना पड़ रहा है मेरा college सजा पूरा करने में ही खत्म हो गया और मेरे सभी क्लासमेट अपने अपने घर पहुंच गए थे उस समय मैं और मैडम ही college के अंदर थे मैं अपने घर के लिए निकल रहा था तभी मैडम ने कहा की मैं तुम्हें तुम्हारे घर छोड़ देती हूं पर मैंने मना कर दिया और college से थोड़ा दूर ही गया था तब मैंने पीछे मुड़कर देखा तो मैडम वहां पर नहीं थी क्योंकि मैं और मैडम एक साथ और एक ही समय पर college से बहार निकले थे और अभी सिर्फ २ मिनेट हुए हैं और मैडम वहां नहीं थी पर मैंने उस बारे में ज्यादा नहीं सोचा और घर के लिए निकल गया और घर पहुंच कर अपने रुटीन के हिसाब से जंगल में घूमने गया और घर पर वापस आ कर सो गया
दिन ७
मैं सो के उठा और अपने काम जल्दी से खत्म कर आंगन में रिलेक्स कर रहा था क्योंकि college जाने को समय था
रिलेक्स करने के बाद college के लिए निकल और college में पहुंच गया मुझे सबसे पहले college के hade ने मुझे अपने पास बुला कर कल के लिए फिर से दांता और फिर मैं अपने class में गया वहां पर मेरे क्लासमेट मुझ पर गुस्सा कर रहे थे कल के लिए सारी class खत्म हुई और आख़री class में मैडम आईं और सब को शान्त करने लगीं फिर वो class भी खत्म हो गई और मैं घर पहुंचा घर पहुंचते ही मेरे होश उड़ गए क्योंकि मेरे घर का सामना बिखरा हुआ था मैं सोच रहा था की ये किसने किया और क्यूं मेरे पास ऐसा कुछ नहीं है मैंने ये सोचते हुए घर को पहले जैसा ठीक कर दिया और फिर मैं घूमने निकल गया मैं घूमते हुए ये ही सोच रहा था की किसने किया हों पर कुछ कुछ नहीं समझा और मैं घर वापस आ गया और सो गया
दिन ८
आज मैं आराम से उठा क्योंकि आज college और काम की छुट्टी थी मैं आराम से अपने काम करा और दोपहर में सो गया और शाम को जब उठा और चाय पीने के बाद मुझे एक मैसेज आया उसने मुझे एक जगह पर बुलाया मैं सोचा और हुशयारी से वहां पर पहुंचा पर वहां पर कोई भी नहीं था और कुछ भी गड़बड नहीं हुई थी मुझे लगा किसी ने मेरे साथ मजाक किया होगा मैंने सोचा अब यह आ गया हूं तो समुद्र के किनारे टहल के जाता हूं टहल ने के बाद मैं घर गया वहां पर फिर से सामान बिखरा हुआ था मैं इस बार गुस्से में था मैंने गुस्से में ही सामान को जहां के वहां रखा और सो गया
दिन ९
मैं आज गुस्से से college गया और सभी से मारपीट कर ये पूछ रहा था की कौन है जो मेरे घर में बिना पूछे और मेरे पीठ पीछे मेरे घर का सामना इधर उधर कर रहा है मैंने उस मैडम से भी ये बात पूछी तो सभी क्लासमेट मेरे उपर गुस्सा कर मुझे college से निकाल दिया और जैसे ही मुझे college से निकाल तो वो मैडम ने मुझे college में पागल भी घोषित कर दिया मैं गुस्से में घर पहुंचा और सो गया आज मैं घूमने नहीं गया और आधी रात को उठा और बेहोश हो गया
दिन १०
मुझे हल्का हल्का होश आ रहा था मेरी आंखें बंद चालू हो रही थी और मुझे अपने आसपास अंधेरा था मुझे लगा कोई मुझे मार डालना चाहता है और मैंने भी सोच लिया की मर जाता हूं क्योंकि मेरा तो कोई नहीं है और जिके भी क्या कर लूंगा पर मेने अपनी आंखें बंद रखी थी उन्हें लग रहा था की मैं बेहोश हूं पर मुझे बहार की सभी बातें सुनाई दे रही थी मुझे पता चला वो मुझे मारने नहीं बल्कि मेरे उपर रिसर्च करने के लिए मुझे भविष्य में ले जाने वाले थे मुझे वह मैडम की आवाज सुनाई दी वह कह रही थी की तुषार को कुछ नहीं होना चाहिए इस के उपर रिसर्च करना है तो संभल कर मैं धीरे से उठा ताकि आसपास की जगह को याद रखू की कहां पर हूं और मेरे आस-पास की तने दुश्मन है तो मुझे सुनाई दिया की वहां से लेकर १ किलोमीटर तक सभी जगह मेरे दुश्मन है
मैंने एक तरकीब सोची मैं धीरे से यहां से निकलने की कोशिश करुंगा मैं जहां पर बंद था वह एक छोटा सा छेद दिखाई दिया जहां से मैं रेंगते हुए निकला और बच बचा कर १/२ किलोमीटर तक पहुंचा तब उन्हें पता चला की मैं उनके कैद से निकल गया हूं वो मुझे ढूंढने लगे मैं जानता था की वह मेरे घर का पता उन्हें मालूम होगा मैं छूपके से निकलने की कोशिश कर ही रहा था तभी उन्हें मुझे पकड़ लिया मेरे सामने करीबन १०००-२००० लोग थे और मुझे पता था और भी लोग हैं जो आसपास होंगे मैं वहीं की जो उन्हें मुझसे कहा मुझे अपने पास वहीं पेड़ दिखाई दिया जिसमें वही निशान बना हुआ था मुझे उन निशान पर शक हुआ फिर से उन्हें मुझे एक कमरे में बंद कर मुझे कहीं टेलिपोट कर दिया मेरे सामने एक लाइट चमकी .....
दिन ११
वो लाइट चमक ने के बाद मेरे आजू-बाजू से बहुत सारे कलर गूजर रहे थे और मेरे शरीर पर इतना दबाव पड़ रहा था कि अगर ०.००००००००००१% भी ज्यादा होता तो मेरे शरीर का पाउडर बना जाता और मुझे मेरे शरीर के हड्डी के टूटने कि आवाज़ आ रही थी पर महसूस नहीं हो रहा था और मैं उस आवाज को सुनकर बहुत जोर जोर से चिल्लाने लगा मैं कुछ देर तक ये सब महसूस कर रहा था तभी एक लाइट चमकी और मैं जैसे ही वह पर पहुंच तूरंत ही मैं बेहोश हो गया मैं जैसे ही वह पर पहुंच था और जब लाइट खत्म हो गई उसके तूरंत बाद मैं सिर्फ एक पेड़ हि देख पाया और फिर मैं बेहोश हो गया बेहोश होने के बहुत देर बाद मुझे होश तो आया पर आंख नहीं खुली पर मुझे सब सूनाइ दे रहा था मुझे वो मैडम कि आवाज़ आई वो कह रही थी की इसे जल्दी से जल्दी वो कंटेनर में डालो और एक्सपेरिमेंट के लिए जल्दी से जल्दी तैयार करों कुछ देर बाद मुझे महसूस हो रहा था कि मेरे शरीर पर हर जगह सलाइन, तेप जिस में तार लगी थी और वो मैडम सब को जल्दी करने को कहा रही थी उस कि आवाज़ से ऐसा लग रहा था कि अगर मेरे उपर एक्सपेरिमेंट जल्दी शुरू नहीं हुआ तो बहुत बड़ा संकट आ सकता है फिर मुझे कुछ देर बाद ऐसा मेहसूस हुआ कि एक कमरा है और आस पास के पाइप से कोई लिक्विड जैसा कुछ बह रहा था और फिर मुझे एक लिक्विड जैसे किसी चीज में दाला तभी मेरी आंखें अचानक से खुलीं तब ही ....
दिन १२
मैं उन से पूछते रहा ये मेरे साथ क्या कर रहे हों और क्यूं तभी बहार से मुझे आवाज आने लगी वह पर वह मैडम भी खड़ी थी वह ये आवाज़ सुन कर बहार गई और वहां जितने भी उनके सोना थी उन्हें वापस हमला करने को कहा और मुझे बहुत सारे गोलियां चलने कि आवाज़ आने लगी मुझे लगा कि वह पर हमला हो चुका है उस समय मैं उनके जितने कि कामना कर रहा था तभी मुझे वह मैडम की आवाज आई वो किसी से ये कह रही थी की हमे और सोना चाहिए हमारे सारे सोल्जर मर गए है फिर कुछ देर बाद उनकी और सेना आई और ऐसा लग रहा था कि उनके सारे सोल्जर फिर से मर रहे हों तभी वह के वैज्ञानिक भी अपनी जान बचाने के लिए वो वहां से भग गए और मैं वहां पर चिल्लाने लगा कि वो मुझे भी तो बचाओ मुझे यहां से निकालो तो तभी एक गोली मेरे बाजू से सिंधे मेरे माथे पर चलीं पर कांच सामने था इसलिए मैं बच गया मैं बच बचा कर वह लैब से बहार निकल और मैं जैसे ही बहार निकल तो मैं हैरान हो गया क्योंकि वह पर उड़ने वाली कार, बाइक, बिल्डिंग, आदि देख कर मैं हैरान हो गया पर ये हैरान होने का समय नहीं था ये सोच कर मैं वहां से बच बचा कर एक छिपने की जगह ढूंढने लगा
दिन १३
मैं ने गहरी सांस लेते हुए अपने आप से कहा कि अच्छा हुआ कि मैं वहां से निकल गया पर ये कैसी जगह है या देखने पर तो जंगल लग रहा है पर ये पेड़ और घास तो प्लास्टिक की है और पेड़ में ये जो दो छेद है वह से ओक्सीजन और कार्बन डाय बहार निकल रहा है मैं इस जगह पर मुझे दो दिन हो गए हैं और अभी रात होने आईं हैं मुझे यहा से जल्दी बहार से निकल कर अपने लिए मदद मांगनी होगी और अपने घर पहुंचना होगा ये सोच ही रहा था कि बत ही में उपर वहां की सेना ने हमला कर दिया मैं बच बचा कर निकल ही रहा था पर मेरे एक पांव और मेरे राइट हाथ दोनों जगह पर मुझे गोली लग गई क्योंकि वह हैलिकॉप्टर से मुझे पर अंधाधुन फायर कर रहा था पर फिर भी मैं कैसे ना कैसे कर के मैं वहां से निकल ने में कामयाब हो गया मैं जब थोड़े दूर पहुंच गया तब मैंने पीछे मुड़कर देखा तो मुझे उपर से एक बड़ी लाइट कि रोशनी गिरते हुए दिखाई दी जब वह लाइट वहां पर चमकी तो वहां कि सारी सोना जो थी वह राख बन गई मैं थक कर बैठ गया
दिन १४
मैं थक कर बैठने ही गया था पर बहुत सारा खून निकल ने के करन मैं बेहोश हो गया मैं पूरी रात बेहोश था मेरी जब आंख खुली तो मैं हैरान था क्योंकि मुझे लगा कि इतना खून निकलने के बाद भी मैं जिन्दा कैसे हूं पर मैंने भगवान से प्रार्थना कि मुझे बचाने का शुक्रिया फिर मैंने वहां पड़े प्लास्टिक के पत्ती को अपने जख्मों पर वहां पड़े प्लास्टिक के घास से बांधा और मैं एक सुरक्षित जगह कि तलाश में फिर से निकल गया मुझे जगह ढूंढते हुए तीन दिन हो गए पर मुझे जगह नहीं मिली जब मैं चल ही रहा था तब मुझे एक जगह मिली जहां पर बहुत सारा कबाड़ पड़ा था मैं ऐसा इस लिए कह रहा था क्योंकि यहां पर बहुत सारे लोहे के टुकड़े इलेक्ट्रॉनिक तार खराब हो चुकी इलेक्ट्रॉनिक आइटम और जिस पर इनजेनीयर लोग रोबोट का ब्लूप्रिंट बनाते हैं वो भी पड़ा हुआ था वो भी अलग अलग मुझे लगा कि यहां पर इस दुनिया का कचरा आता होगा वहां पर एक छोटा सा सैंलटर टाइप का कुछ था क्योंकि एक खड़ा हुआ टिन और एक टिन जो एक साइड से निचे और एक साइड जो टिन खड़ा है उस के उपर और एक लकड़ी उन दोनों टिन से टिका हुआ था मैं अंदर गया वहां पर एक फिज गिरा हुआ था मैं उसके ऊपर बैठ गया तब ही मेरे पांव पर कुछ महसूस हुआ मैंने जब देखा तो एक रोबोटीक हाथ मेरे पांव को छू रहा था मैं वहां से जल्दी से बहार निकल पर मैं उस जगह को छोड़ कर जा भी नहीं सकता था क्योंकि वो सोना अभी भी मुझे ढूंढ रहे थे इस लिए मैं फिर से अंदर गया वो भी घबराते हुए मैंने दरते हुएं वह फिज को उठाया तो वहां पर एक रोबोट था वो मुझसे कह रहा था कि मुझे ठीक करों पलिज
दिन १५
मैं वो बात सुनकर हैरान-परेशान होगा और सोचने लगा कि क्या मुझे उसे ठीक करना चाहिए या फिर मुझे अपने घर जाने के बारे में सोचना चाहिए ये बात को लेकर में एक कोनते में बैठ कर सोच रहा था सोचते सोचते एक दिन बित गया मेरे मन में ये चल रहा था कि अगर मैंने उसे ठीक कर दिया तो क्या सबूत है कि वह मुझे कोई नूकसान तो नहीं करेगी ये भी सोच रहा था पर मन में एक जगह ये चल रहा था कि मुझे अच्छाई के नाते उसे ठीक करना चाहिए अगर वह मुझे कोई नूकसान पहुंचाएंगी तो मैं हार मान कर उसे अपने साथ जो वो करना चाहें वो करें
मैंने हिम्मत कर उसे एक जगह पर बैठाया उसके कई हिस्से हो गए थे और कई हिस्से गायब है मैंने सोचा कि इसे ठीक कैसे करूं तभी मुझे याद आया कि बहार रोबोट के कुछ ब्लूप्रिंट पड़े हुए थे मैं जैसे ही बहार निकल के लिए दरवाजे के पास पहुंचा और दरवाजा खोलने हि जा रहा था तब ही मुझे बहार से एक आवाज आई मैंने बहार झांककर देखा तो पता चला कि जो सेना मुझे ढूंढ रही है उसमें से एक टुकड़ी यह पर सफाई करने वाले रोबोट से बात कर रही थी और कह रही थी की अगर उसे ये लड़का यहां पर दिखाई देता है तो तुरन्त मुझे बेहोश करके सेना को इनफोम करें ताकि सेना मुझे पकड़ पाएं उन के पास मेरा फोटो था जब मैं उन्हें देख रहा था तभी एक सोल्जर मेरे सैंलटर के तरफ बढ़ने लगा पीछे से उसके कमांडर ने उसे रोका और कहा ऐसे कबाड़ीवाले जगह पर ज्यादा देर तक खड़ा रहना हमारे लैवल वाले रोबोट के लिए ठीक नहीं है जब वह सोल्जर मेरे तरफ बढ़ रहा था तब मैं दरवाजे से टिककर बैठ गया था तभी ये बात सूनी मैंने धीरे से देखा तो वो सोना चले गई थी पर वह सफाई करने वाला रोबोट वहीं पर था मेरे पास इंतजार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था